हम आजाद हैं ?
कैसे कहें कि हम आजाद हैं ?
इस सवाल में भले जलन है
जश्न मनाने का बहाना है
लेकिन कोई नहीं पूछता
कि पहले मैं आजाद हूं
या पहले तुम आजाद हो
फिर कैसे कहें कि हम आजाद हैं ?
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गुलामी की आवो-हवा तो अब भी है
खून-पसीने में जहर भरने की आजादी है
फाके में जिंदगी गुजारने की आजादी है
मजबूरी का फायदा उठाने की आजादी है
जम्हूरियत में नंगा नाच करने की आजादी है
पर कोई नहीं कहता...
कि ऐसा कर तुम आजाद हो
या फिर ऐसा कर मैं आजाद हूं...
फिर कैसे कहें कि हम आजाद हैं ?
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है बहुत बड़ा जलता हुआ सवाल
पर पूछने और कहने की किसे आजादी है
तस्व्वुर तो आजादी की जेहन में वहीं पुरानी है
पर दिमाग की हालत में आजादी है
तभी तो जश्न पर जन-गण मन नहीं
नाचती बोतलों को बोलने की आजादी है
पर कोई नहीं कहता किसी के लिए -कि तुम आजाद हो
किसी कोन से भी आवाज नहीं आती -कि मैं आजाद हूं
फिर कैसे कहें कि हम आजाद हैं ?
30.8.2008
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2 תגובות:
BAhut khub.
thanks sandhyaj...
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